दुनिया हो अस्त-व्यस्त हम मस्त ही रहते हैं ! दुनिया हो अस्त-व्यस्त हम मस्त ही रहते हैं !
सच कहूँ तो वो दिन ही हसीन थे, ना कुछ छिपाना और दिल मे जो आए बताना था। सच कहूँ तो वो दिन ही हसीन थे, ना कुछ छिपाना और दिल मे जो आए बताना था।
दीबा है मेरा नाम मेरे रुप कई हैं हूँ धूप कहीँ और कहीँ सावन की झड़ी हूँ दीबा है मेरा नाम मेरे रुप कई हैं हूँ धूप कहीँ और कहीँ सावन की झड़ी ...
हाथ उठे तो सिर्फ़ देने के लिए, सिर झुके तो सिर्फ़ आशीष लेने के लिए। हाथ उठे तो सिर्फ़ देने के लिए, सिर झुके तो सिर्फ़ आशीष लेने के लिए।
जो जैसा होता है उसको वही नज़र आता है ! जो जैसा होता है उसको वही नज़र आता है !
दर्द सारा ढले ख़ुशियों की शक्ल में ऐसा कोई चमत्कार कर दीजिए दर्द की इम्तहाँ तक... दर्द सारा ढले ख़ुशियों की शक्ल में ऐसा कोई चमत्कार कर दीजिए दर्द की इम्तहाँ तक....